कष्ट मुक्ति हेतु व्रत
भगवन
विष्णु की आराधना और दुखो से दूर होने के लिए एकादशी का व्रत करना चाहिए . साल में
२४ एकादशी होती है . अधिमास वाले साल में २५ एकादशी होती हैं .इस दिन स्नान करने
के उपरांत भागवान विष्णु की पूजा करते हुए मंत्र – ॐ नमो नारायणाय “ का
११ बार जाप जरूर करना चाहिए .पूरे दिन केवल फल पर रहना लाभदायक रहता है . साल पूरा
होने पर उद्धापन कर देना चाहिए .
Pradosh व्रत - इस व्रत को भगवान् शिव की आराधना के लिए किया
जाता हैं .
यह
व्रत हर त्रयोदशी के दिन स्नान करने के बाद शिव जी की पूजा करने के बाद इस मन्त्र
का जाप करना चाहिए – ॐ नमः शिवायः
शाम
को शिव पूजा के बाद अल्प मात्रा में आहार लेना चाहिए .प्रदोष व्रत से धन और सुख की
वृद्धि होती है.सोम प्रदोष और शनि प्रदोष का लाभ ज्यादा मिलाता है
सावन
के प्रदोष व्रत सभी दोषों का शमन करता है .
निर्जला
एकादशी –
इस
व्रत को भीम एकादशी भी कहते हैं . इसे भीम ने बिना पानी पिए किया था .इस दिन स्नान करके विष्णु आराधना करनी चाहिए
. सूर्योदय से सूर्यास्त तक बिना पानी के रहना चाहिए .यह पाप और मृत्यु भय से
बचाता है .इस दिन मंत्र – ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करना चाहिए .
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