संगीत का रोगों की रोकथाम पर असर
संगीत
और गायन का मानव शरीर से सीधा सम्बन्ध होता है .हर जातक को अपनी प्रकृति के अनुसार
ही गाने पसंद होते है .हर व्यक्ति अपनी रूचि के अनुरूप ही म्यूजिक पसंद करता है.
कुछ गीत ऐसे होते है जिनको वह सुनकर आत्मविभोर होकर सुधबुध खो देता है . बहुत से
गीतों और संगीत में रोगों के उपचार करने की ताक़त होती है .
हृदय
रोग –
इस रोग की रोकथाम के लिए राग दरबारी
और राग सारंग पर आधारित गीत कामयाब हुए हैं. ये गीत इस प्रकार हैं –
१.झनक झनक बजे तोरी पायलिया –मूवी “ मेरे
हुज़ूर “
२. ओ दुनिया के रखवाले सुन दर्द भरे मेरे नाले – मूवी – “ बैजू बावरा “
३. तोरा मन दर्पण कहलाये – मूवी “ काज़ल “
४.राधिके तूने बांसुरी चुराई – मूवी – “ बेटी –बेटे “
५. मोहब्बत की झूठी कहानी पे रोये – मूवी “ मुग़ल –ए- आजम “
ब्लड प्रेशर --
आजकल यह बीमारी आम हो गयी है .हाई ब्लड प्रेशर में धीमा संगीत और लो
ब्लड प्रेशर में तेज संगीत लाभ प्रद होता है. इसलिये हाई ब्लड प्रेशर के लिए निम्न
गीत सुनने चाहिए –
१. चल उड़ जा रि पंछी की अब ये देश हुआ
बेगाना – मूवी “ भाभी “
२. ज्योति कलश छलके –मूवी “ भाभी
की चूड़ियाँ “
३. चलो दिलदार चलो चाँद के पार चलो –मूवी
“
पकीजा “
४. ॐ नमः शिवाय , ॐ नमः शिवाय – मूवी “
भैरवी “
५. नील गगन के टेल धरती का प्यार पीला
–मूवी “ हमराज़ “
लो ब्लड प्रेशर के लिए निम्न गीतों को सुनना चाहिए -
१ . ओ नींद न मुझको आयर दिल मेरा घबराये – मूवी –“
पोस्ट बॉक्स न.९०९
२. जहाँ डाल डाल पर सोने
की चिड़िया करती हैं बसेरा – मूवी – “ सिकंदर – ए – आज़म “
3. पंख होते तो उड़ आती रे रसिया ओ बलमा –“ सेहरा “
४.एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करों – मूवी “ ससुराल “
५. बेगानी शादी में अब्दुल्लाह दीवाना – मूवी “ जिस देश में गंगा बहती है “
मानसिक रोग –
जब जिंदगी में उदासी की स्याह चादर छा
जाये और मन घबराये तो शास्त्रीय संगीत का राग बिहाग और राग मधुवंती सुनने से
डिप्रेशन दूर हो जाता है. इन रागों पर आधारित इन गानों को सुनने से मन की नीरसता
दूर हो जाती है .
1 . तुम तो प्यार हो सजना मुझे तुमसे
प्यारा कोई नहीं –मूवी “ सेहरा “
2. सखी रि मेरा मन उलझे तन डोले –
मूवी “ चित्रलेखा “
3. मेरे सुर और तेरे गीत दोनों मिलकर
बनेगी प्रीत – मूवी “ गूँज उठी शहनाई “
4 . सखी री पी का नाम न , नाम न पुछो –मूवी
“ सटी सावित्री “
५- मतवाली नार ठुमक ठुमक चली जाएँ –
मूवी “ आम्रपाली “
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