जन प्रतिनिधि के योग
जन
प्रतिनिधि बनने के लिए जातक की कुंडली में मीन लग्न और गुरु राहु की युति का लग्न
या दशम में होना अक्सर पाया गया है . पुरातन ग्रंथो जातक सारावली , बृहत्जातक और
पाराशरीय होराशास्त्र में भी विस्तार से बताया गया है
यदि
मीन लग्न में चन्द्र , दशम भाव में शनि और चौथे में बुध बैठा हो तो जातक का राजनीती
में फायदा होता है .इसी तरह दशम में गुरु हो और उसपर मित्र या उच्च ग्रह की
द्रष्टि फ़ो तो यह संयोग चुनाव में जीत दिलाता है.इसी प्रकार वृष लग्न में गुरु तथा
चन्द्र हो और बलि शुक्र पंचम या नवम में हो इन पर किसी पाप ग्रह की द्रष्टि न हो तो
जातक नेता बनता है .
इसी
प्रकार मेष लग्न में चौथे में गुरु व् दशम में शुक्र हो तो वह जातक चुनाव में जीत
हासिल करता है .यदि बलि लग्नेश व् राशिश केंद्र में हो और साथ में चन्द्र कर्क ,
मकर व् मीन में त्रिकोण में बैठा हो तो वह मनोनीत होकर पद प्राप्त करता है. इसी
प्रकार वृष राशि के चन्द्र पर गुरु की निगाह हो तो पद मिलता है .इसी प्रकार चन्द्र
अपनी उच्च राशि में शुभ ग्रहों से द्रष्ट हो तो और गुरु केंद्र में शुक्र से
द्रष्ट हो तो पद प्राप्ति होती है .यदि मेष लग्न में गुरु व् मंगल लग्न में हो तो
मंत्री पद मिलता है.यदि मेष लग्न में उच्च सूर्य लग्नस्थ हो दशम में मंगल और नवम
में गुरु हो तो राजयोग होता है .
इसी प्रकार गुरु व् शुक्र अपनी उच्च राशि में बैठे हो
१,२,४,७,९,१० और ११ भाव में हो तो राजयोग मिलता है. यदि कर्क लग्न में गुरु पंचम
बुध व् चन्द्र एकादश में और सूर्य बाहरवें में हो तो राजयोग कारक दशा होती हैं.
डॉ .
विजय सोनकर शास्त्री जी जो सांसद / चेयरमैन एस .सी –एस .टी
कमीशन भारत सर्कार और इस समय भाजपा के रास्ट्रीय प्रवक्ता हैं . इनकी
कुंडली में मीन लग्न है .दशम में शनि मित्र राशि में बैठा हैं.गुरु त्रिकोण भाग्य
में है अतः ये राजनीती में कई बार सफल हुए हैं. इसी प्रकार राजेंद्र अग्निहोत्री
एक्स सांसद झाँसी की कुंडली में दशम भाव में गुरु राहु की युति के कारण ये तीन बार
सांसद रहे .ये भी मीन लग्न के थे. इसी प्रकार सांसद चंद्रपाल यादव की कुंडली में
दशम भाव में राहु गुरु की युति है. इसी प्रकार केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन की
कुंडली में शनि शशः योग बना रहा है .
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